सियार सिंगी से वशीकरण

सियार सिंगी से वशीकरण

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सियार सिंगी से वशीकरण

सियार सिंगी का प्रयोग, सियार सिंगी की पहचान/फायदे, सियार सिंगी मंत्र- सियार सिंगी के बारे मे माना गया है इसको अपने घर मे रखने से जातक के घर मे हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। साथ ही ये तंत्र-मंत्र साधना व विधि का एक बड़ा चमत्कारी रूप है। सियार सिंगी नाम को सुनकर व्यक्ति कल्पना करता है की ये सियार के सिर पर उगा वो सिंग है, जिसका प्रयोग साधना के लिए किया जाता है, पर दरअसल उनके सिंग नहीं होते, बस नाक के ऊपर बालों का गुच्छा उग आता है, जो वक़्त के साथ बड़ा होने के साथ-साथ कड़ा हो जाता है और यही सियार सिंगी कहलता है। जिसका इस्तेमाल वशीकरण के लिए होता है क्यूकी इसमे अद्भुत शक्ति होती है और ध्यान देने वाली बात है कि ये सियार सिंगी हर सियार के सिर पर नहीं होती बल्कि बहुत कम मे दिखती है।

सियार सिंगी से वशीकरण

सियार सिंगी से वशीकरण

तो चलिये सबसे पहले हम आपको ये बताते है की आखिर कैसे आप इस सियार सिंगी को सिद्ध कर सकते है। माना गया है की एक बार इसे सिद्ध करने के बाद इसकी ताकत कई गुना बढ़ जाती है फिर इसकी मदद से आप किसिकों भी अपने वश मे कर सकते हो। अगर दिवाली या होली वाले दिन इसको सिद्ध करते है तो ज्यादा उचित रहता है। सियार सिंगी को सिद्ध करने के लिए ॐ चामुण्डाये नमः मंत्र का 2100 बार जप करना होता है। दीपावली से पहले के दिन यानि धन तेरस को सियार सिंगी का एक जोड़ा लाल कपड़े मे स्थापित करले। आपका आसान लाल रंग का होना चाहिए और वस्त भी लाल धारण करे। फिर सरसों के तेल से दीपक जला ले। इसके बाद सियार सिंगी पर गंगा जल छिड़कते हुए, चावल के साथ 5  साबुत लौंग चढ़ाये, साथ मे 5 छोटी इलायची भी चढ़ा दे। बताए गए मंत्र का जप कर लेने के बाद अग्नि में 21 गुग्गल की आहुति देना होगा और दीपावली तक रोज ऐसा करना होता है। दीपावली की रात पूजा के बाद ॐ नमो भगवते रुद्राणी चमुन्डानी घोराणी सर्व पुरुष क्षोभणी सर्व शत्रु विद्रावणी। ॐ आं क्रौम ह्रीं जों ह्रीं मोहय मोहय क्षोभय क्षोभय,  मम वशी कुरुं वशी कुरुं क्रीं श्रीं ह्रीं क्रीं स्वाहा  मंत्र का सियार सिंगी के सामने 1100 बार जप करना होता है। इस प्रकार आप इसे सिद्ध कर पाते है।

सियार सिंगी वशीकरण का एक खास मंत्र हम आपको बताते है। वो मंत्र है: “ॐ ह्रीं गं जूं सः (जिसको वश में करना हो उसका नाम ले) में वश्य वश्य कुरु स्वाहा”। इस साधना को करने की विधि कुछ इस प्रकार है- शनिवार के दिन इसको प्रारम्भ करके 7 दिनों तक करे और हर दिन 21 माला जाप करना होगा। मंत्र जप के लिए मुंगे की माला का इस्तेमाल करके सूर्यास्त के बाद साधना शुरू करे। ये साधना करते हुए पश्चिम दिशा की तरफ मुह रखे और आपका वस्त्र लाल रंग का होना चाहिए। आसान भी उसी प्रकार लाल रंग का रखे। मंत्र सिद्ध होने पर आप जिस व्यक्ति को वश मे करना चाहते है, उसके सामने जाकर बताए मंत्र को 5 बार जप करे। ध्यान रहे की आप सिंगी को अपनी जेब में रखे या लॉकेट में धारण करके पहन सकते है। वो व्यक्ति आपके वश मे आ जाएगा।

सियार सिंगी का प्रयोग लोग कई बार उस हालात मे भी करते है जब उनकी प्रगति नहीं हो रही होती या किसी कारण से व्यापार सही नहीं चल रहा होता। ऐसे मे एक असरदार मंत्र है- “ॐ नमो भगवती पद्मा श्रीम ॐ हरीम, पूर्व दक्षिण उत्तर पश्चिम धन द्रव्य आवे , सर्व जन्य वश्य कुरु कुरु नमः”। इसे आप बुधवार के दिन शुरू करे और सियार सिंगी को किसी एक स्टील की प्लेट में स्थापित करले। ध्यान रखे 21 दिनों तक इसी सियार सिंगी के सामने आपको रोज 108 बार बताए मंत्र का जप करना होगा। मंत्र जप से पहले सियार सिंगी स्थापित करके उसके ऊपर कुमकुम या केसर से तिलक लगाना होगा और चावल व फूल भी आपको अर्पित करने होंगे। 21 दिन तक जप करके अब आप इसे एक डिब्बी में ध्यान से रख दे। फिर इसे अपनी दूकान मे किसी सुरक्षित जगह रखे और फिर 21 बार उसी मंत्र का जप करे। ऐसा करने के बाद साधक स्वय अपने व्यापार मे होने वाली तरक्की को देख सकता है।

सियार सिंगी के ऊपर बताए गए मंत्रो के अलावा हम एक और ऐसा मंत्र बताते है जिसका खास तौर पर प्रयोग वो दंपति कर सकते है, जिनके बीच अक्सर लड़ाई-झगड़े होते रहते है। तो मंत्र है: “बिस्मिलाह मेह्मंद पीर आवे घोडे की सवारी , पवन को वेग मन को संभाले, अनुकूल बनावे , हाँ भरे , कहियो करे , मेह्मंद पीर की दुहाई , शब्द सांचा पिण्ड कांचा फुरो मंत्र इश्वरो वाचा”। इसका जप 108 बार करना होता है। इस विधि को आप शुक्रवार के दिन करे। जिसे भी अपने वश मे करना हो उसका नाम स्टील की प्लेट पर कुमकुम से लिख दे। अगर उस व्यक्ति का चित्र हो तो लिखे गए नाम के ऊपर ही उसे रखे। फिर सियार सिंगी पर केसर से तिलक लगाकर इसके ऊपर स्थापित कर दे। फिर चावल व पुष्प चढ़ाये और इसपर हिना का इत्र लगा दे। मिठाई का भोग लगाना ना भूले। इस विधि को 21 दिन करना होगा और इसके बाद सियार सिंगी को उस चित्र  के साथ एक लाल कपडे में बांध ले। ऐसा करके आप उस व्यक्ति को अपने वश मे कर सकते है। जब तक वो चित्र सियार सिंगी के साथ बंधा रहेगा, व्यक्ति अपने वश मे रहेगा।

अंत मे कहा जा सकता है कि सियार सिंगी के उपाय बताए गए चमत्कारी रूप के बारे मे जानकार किस प्रकार कोई साधक अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकता है। बस ध्यान देने वाली बात होती है की किसी भी मंत्र साधना का प्रयोग साधक बुरी मंसा से ना करे, तो वो इसके सकारात्मक प्रभाव को जरूर देख सकेगा।