काला भंवरा से वशीकरण

काला भंवरा से वशीकरण

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काला भंवरा से वशीकरण

काला भंवरा से वशीकरण, वशीकरण के लिए पेड़-पौधों, फूलों और घर में आसानी से उपलब्ध दूसरी वस्तुओं में खास मसाले लौंग इलायचीं आदि के अलावा कीट पतंगों को भी आधार बनाया जाता है। इन्हीं में एक काला भंवरा है। यह एक काला पतंगा है, जो फूलों का रस चूसता है। तेजी से फूलों के चारो और घूमता और चक्कर लगाता है,

काला भंवरा से वशीकरण

काला भंवरा से वशीकरण

इसलिए इसे बोलचाल की भाषा में भौंरा कहा जाता है। भंवरे की प्रकृति के बारे में सभी जानते हैं कि फूलों की भीनी-भीनी सुगंध को हासिल करने के लिए उसके चारो तरफ तबतक मंडराता रहता है, जबतक कि उसकी गंध में मदहोश नहीं हो जाता। इससे उसकी न केवल किसी सुंदर और मनपसंद वस्तु के प्रति प्रेम की आसक्ति का पता चलता है, बल्कि उसे पाने के लिए दीवानेपन को भी देखा जा सकता है। 

 उसके सम्मोहन के इसकी कुदरती देन के कारण ही इसका वशीकरण में विभिन्न प्रयोग बताए गए हैं। इनमें कुछ तांत्रिक साधना और मंत्रजाप के होते हैं, तो कुछ सरल टोटके हैं। इससे क्या औरत और क्या मर्द, उन्हें वशीभूत किया जा सकता है।

भंवरे का घर के भीतर आना या फिर सपने में दिखना अशुभ माना जाता है, यही करण है कि इसके साथ किया जाने वाला प्रयोग उसके पंख के साथ किया जाता है, या फिर उसे मारने के बाद जलाकर किया जाता है।  

  भंवरे से टोटका

यदि कोई विवाहिता पति को छोड़ किसी मर्द की तारीफ करने लगे, या फिर गैर मर्दों के सामने बात-बात पर माजाकिया अंदाज में बातें करते हुए पेश आना शुरू कर दे समझें पति के प्रति उसके आकर्षण में कमी आ गई है। ऐसी औरत को वशीभूत करने के लिए पति द्वारा काले भंवरे के पंख के साथ एक टोटका आजमाया जाना चाहिए। इस प्रयोग से प्रेमी भी अपनी प्रेमिका का हमेशा के लिए वशीकरण कर सकता है।

इसके लिए शनिवार के दिल काले भंवंरे के दो पंख का इंतजाम करें। वह बाग-बगीचे में आसानी से मिल जाएगा। वह जमीन पर मरे भंवरे का भी हो सकता है। ध्यान रहे पंख पीले भंवरे का नहीं हो। उसके साथ तगर की जड़, दो लौंग, कौआ गोड़ी और काले नमक को पीस लें। इस तरह से तैयार चूर्ण को यदि पत्नी या प्रेमिका के सिर पर डाल दिया जाए तो उसके वशीभूत होने से कोई नहीं रोक सकता है।

प्रेमिका वशीकरण 

यदि किसी व्यक्ति की प्रेमिका नाराज चल रही हो, या फिर वह किसी दूसरे व्यक्ति से शादी करना चाहती हो, तो उसे काले भंवरे के साथ वशीकरण टोटका अपना कर वशीभूत किया जा सकता है। इसके शनिवार के दिन काले भवंरे को मार दें और उसे चार-पांच दिनों तक धूप में सूखने के लिए छोड़ दें। सूखे भंवरे के साथ एक लौंग पीस लें। उससे तैयार चूर्ण की पुड़िया के साथ शुक्रवार के दिन प्रमिका से मिलने का समय निर्धारित करें।

यदि संभव नहीं हो तो उसके लिए एक उपहार का पैकट बनवाएं। उपहार  सिर के ऊपर से पहना जाने वाला कोई सामान होना चाहिए। जैसे हैट या हेयर बैंड आदि। उसपर चूर्ण को छिड़क दें। प्रेमिक जैसे ही मिले उसके सिर के ऊपर चूर्ण को किसी बहाने से डान दें। ऐसा करते ही वह आपके वश में आ जाएगी और आपके कहे अनुसार कार्य करने को तैयार हो जाएगी।

प्रेमिका को वश में बनाए रखने के लिए सफेद कंचनजंगा की जड़ और काले कमल के साथ,  काले भंवरे के पंख को उपयोग में लाया जा सकता है। इसके लिए भी पहले बताए गए तरीके के अनुसार पीसकर चूर्ण बनाएं। इस चूर्ण को प्रेमिका के सिर पर डालने से वह वशीभूत हो जाएगी। कल तक हर बात पर ना-नुकर करने वाली वही प्रेमिका आपका हर कहा मानने लगेगी। 

भंवरे का जोड़ा

फूलों पर अठखेलियां करते या कहें कमक्रीड़ा में लगे भंवरे के जोड़ से किसी भी मनोवांछित व्यक्ति  का वशीकरण किया जा सकता है। इसके लिए भंवरे के एसे जोड़े की तलाश शनिवार की संध्या के समय करें। उन्हें मार डालें और घर लाकर उसी रात नीचे दिए गए वशीकरण के मंत्र जाप से अभिमंत्रित करें।

उत्तर दिशा की ओर मुख कर घी का दीपक जलाएं और अपने सामने मृत भंवरे को रखकर उसे धूप दिखाते हुए ईश्वर का आवाहन करें। इसी के साथ दिए गए मंत्र का 108 बार जाप करने के बाद उसे किसी पात्र में एक-एक लौंग और कपूर के साथ जला दें। ध्यान रहे दोनों भंवरे को अलग-अलग जलाएं।

उसकी राख की दो छोटी पुड़िया बनाएं। अब आने वाले अमवस्या के दिन जिस किसी को वशीभूत करना है उसके पास जाएं और एक पुड़िया के राख को उसके सिर पर और दूसरे पुड़िया की राख को उसके पैरों के नीचे डाल दें। उस दिन उसके साथ जो भी बातें करें वह सकारात्मक हो। किसी भी शिकवे-शिकायत की बात नहंीं करें और अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांग लें।   

 वह मंत्र इस प्रकार हैः-

ऊँ नमो कामदेवाय सह कल सह दृश सह मसहक् वन्हे धुनन जनम मदशृन उत्कण्ठित कुरू कुरू दक्ष दक्षु धर कुसुम वाणेन हन हन स्वाहाः!!

बेकाबू पत्नी का वशीकरण

काले भंवरे के प्रयोग के साथ चाहे पत्नी कितनी भी बेकाबू क्यों न हो जाए उसे वश में किया जा सकता है। इसके लिए पानी के ऊपर चक्कर काटने वाले जल भंवरे का इंतजाम करना होगा। ये नदी तालाब आदि में अक्सर दिख जाते हैं।

इसे मारकर घर लाएं और इसके साथ रसोई में उपलब्ध कम से कम पांच काली वस्तु को मिलाकर पीसें। वे वस्तुएं काली मिर्च, लौंग, काला नमक, बड़ी इलायची और जली रोटी का एक टुकड़ा हो सकती हैं। इन्हें एक साथ पीसकर चूर्ण बनाएं और रात के बारह बजे उत्तर दिशा की ओर मुंह कर  ऊँ रंग श्रृ वश्यानाय हूं!! का 108 बार जाप करें। 

उसके बाद चूर्ण को एक छोटी सेी डिब्बी में संभाल कर रख दें। मंत्र जाप की यह क्रिया चुर्ण को सामने रखकर धूप-दीप दिखाने के बाद कुल 21 दिनों तक करे। इस तरह से अभिमंत्रित चूर्ण वशीकरण के लिए तैयार हो जाएगा। उसे पत्नी के सिर पर डालें और एक चुटकी उसके पैरों पर भी छिड़क दें। उसका खुद तिलक लगाएं और पत्नी की ललाट पर भी लगा देें। यह प्रयोग पत्नी को चक्कर काटते भौंरे के समान बना देगा।      

अपने प्यार को पाने के लिए वशीकरण