शादी की समस्या का समाधान

शादी की समस्या का समाधान

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शादी की समस्या का समाधान

शादी की समस्या का समाधान, शादी चाहे प्रेम विवाह हो, या फिर माता-पिता या पारिवारिक सहयोग से तय किया जाने वाला रिश्ता। इनमें कई तरह की समस्याएं आती हैं। जबतक वर-वधू के सात फेरे संपन्न नहीं हो जाते, तबतक  उनके साथ घर-परिवार के लोग मंगल-कामना करते रहते हैं। वैसे वैदिक धर्म-ग्रंथों और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शादी में समस्याएं कई तरह की आती हैं। बाधाएं भी कई रूप में हो सकतीं हैं।

शादी की समस्या का समाधान

शादी की समस्या का समाधान

जैसे किसी का रिश्ता बनते-बनते टूट जाना, तो जन्म कुंडली में मंगल दोष का होना, या फिर जन्म-कुंडली का नहीं मिलना आदि। लड़की के लिए मनचाहे जीवन साथी के चुनाव की उलझनें, या फिर लड़के के लिए सर्वगुण संपन्न जीवन संगिनी का नहीं मिलना। प्रेमी युगल के बीच अटूट प्रेम होने के बावदूद कईयों की शादी मंे घरेलू और सामाजिक बाधाएं आती हैं। ऐसी तमाम तरह की अड़चनों को वैदिक मंत्र, पूजा-पाठ, जन्म-कुंडली में सुधार और कुछ सरल टोटके से दूर किया जा सकता है। जरूरत पड़ने पर वशीकरण के तांत्रिक अनुष्ठान भी करवाए जा सकते हैं।

प्रेम-विवाहः अधिकतर विवाह की बाधाएं प्रेमी युगल को आती है। उन्हें भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की मनोयोग से तीन महीने तक आराधना करनी चाहिए। इसकी शुरूआत किसी भी माह में शुक्ल पक्ष के गुरुवार से करें। सुबह की सामान्य पूजा के बाद देवी लक्ष्मी और विष्णु की तस्वीर के सामने बैठकर स्फटिक की माला से ओम लक्ष्मी नारायणाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें। इसके बाद मंदिर में जाकर प्रसाद चढ़ाएं और विवाह के लिए प्रार्थना करें।

विवाह में विलंबः यदि किसी लड़की को वर मिलने में देरी हो रही है तब उन्हें भी ऊपर बताए गए तरीके से मंत्र जाप करना चाहिए। यदि वह सात गुरुवार को वृहस्पति व्रत रखे तब उनका विवाह जल्द हो जाता है। व्रत के दिन छोटे बच्चे को पीले वस्त्र का दान करना चाहिए। ध्यान रहे कि व्रत वाले दिन संयम के साथ गुजारना चाहिए और दिन में नहीं सोना चाहिए। इस व्रत को लड़का  कर सकते हैं, लेकिन उन्हें रत्न विशेषज्ञ की भी सलाह पर रत्न धारण करना ज्यादा सही होगा। विवाह योग्य लड़की नहीं मिलने की स्थिति में उन्हें सात शुक्रवार छोटी बच्ची को सफेद वस्त्र दान करना चाहिए।

मांगलिक दोषः यदि जन्म कुंडली के अनुसार मांगलिक दोष है तो इसे जितना जल्द हो सके वैदिक विधि-विधान के साथ दूर कर लेना चाहिए। यह अनुष्ठान मंगलवार को किया जाता है और इसमें चंडिका स्त्रोत्र का पाठ होता है। इसके  अतिरिक्त प्रत्येक शनिवार को सुंदर कांड का भी पाठ करना चाहिए। इसे घर में बंद कमरे में प्रातः करना चाहिए। वैसे लडका या लडकी के मांगलिक होने के कारणों का ज्योतिष से मालूम करने के बाद उसके अनुसार उपाय करना चाहिए। मांगलिक दोष का पता जन्म कुंडली देखकर आसानी से पता लगाया जा सकता है। यदि कुंडली के 1, 4, 8 और 12 वें घर में मंगल हो तो समझें आप मांगलिक हैं।

शिव की उपासनाः भगवान शिव की उपासना से भी शादी मंे देरी की समस्या दूर होती है। लड़की को चाहिए कि प्रत्येक सोमवार को शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग की पूजा करे और दूध के साथ अभिषेक करे। इसके अतिरिक्त शिव की विधिवत पूजा करने के लिए पांच नारियल लें। उसे शिव लिंग के सामने अपनी तस्वीर के साथ रख दें। उसके बाद हाथ जोड़कर विवाह की मन्नत मांगते हुए मंत्र ओम श्रीं वर प्रदाय श्री नमः का कम से कम 11 या अधिक से अधिक 108 बार जाप करें। यह तरीका घर में भी भगवान शिव की तस्वीर के सामने बैठकर किया जा सकता है। परंतु नारियल को शिव मंदिर में रखना जरूरी है।

दुर्गासप्तशती का पाठः विवाह के लिए उम्र निकली जाने की स्थिति में लड़का हो या फिर लड़की उन्हें पूरे मनोयोग से दुर्गासप्तशति के विशेष अध्याय अर्गगलास्तोत्रम्  का पाठ करना चाहिए। यह पाठ प्रतिदिन तबतक जारी रखना चाहिए, जबतक विवाह तय होने संबंधी कोई सूचना नहीं मिल जाए। यह उपाय शीघ्र विवाह की कामना करने वाले वैसे लड़के के लिए उपयोगी साबित हो सकता है, जो मनपसंद पत्नी की महत्वाकांक्षा रखते हैं। उन्हें नीचे दिए गए मंत्र का कम से कम 108 बार जाप अवश्य करना चाहिए।

मंत्र हैः-पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणिम्!

तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम!!

 सोमवार का टोटकाः विवाह में देरी को सात सोमवार के दिन एक टोटके से दूर किया जा सकता है। इसे लड़का या लड़की कोई भी कर सकते हैं। इस उपाय के लिए सवा किलोग्राम चने की दाल के साथ सवा लीटर कच्चे दूध का दान करें। दान मंदिर में या फिर किसी गरीब दंपति को किया जा सकता है।

शिव-पार्वती की पूजाः विवाह में शीघ्रता और योग्य जीवनसाथी के लिए शिव-पार्वती के सामने अपनी मानोकमना पूरा करने के लिए प्रर्थना करें। रूद्राक्ष का माला धारणकर उनकी पूजा करें। उन्हें निम्न मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। यह उपाय विशेषकर लड़की के लिए उपयोगी है। इसके साथ ही सोमवार के दिन बेलपत्र, अक्षत, कुमकुम से शिवलिंग की पूजा कर दूध से अभिषेक करना चाहिए। मंत्र हैः-हे गौरी शंकरार्धांगी यथा त्वं शंकरप्रिया!

तथा मां कुरू कल्याणि कांत कांता सुदुर्लभाम्!!

इस मंत्र का जाप प्रतिदिन घर में भी प्रातः दैनिक पूजा के दौरान करना चाहिए।

भगवान गणेश की आराधनाः समस्त विध्न-बाधाओं को दूर करने वाले भगवान गणेश की आराधना से भी शीघ्र विवाह तय हो जाता है। इसके लिए मंदिर में जाकर गणेश भगवान को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं। जैसे बेसन का लड्डू।

केले का पेड़ः जिस किसी के विवाह में अड़चन आ रही हो। बात बनते-बनते बिगड़ जाती हो। उन्हें गुरुवार के दिन केले के पेड़ के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए। इसके साथ ही भगवान विष्णु के नाम का उच्चारण करना चाहिए।

वट वृक्षः आपने देखा होगा कि विवाहित स्त्रियां अपने विवाह-बंधन की सलामती के लिए वट वृक्ष का पूजन करने के साथ-साथ उसकी परिक्रमा करती है। इसी तरह से विवाह में आ रही समस्या को भी वट वृक्ष की परिक्रमा कर दूर किया जा सकता है। इसके लिए प्रत्येक पूर्णमासी के दिन 11 बार परिक्रमा करना चाहिए। अगर वह दिन गुरुवार हो तब और भी शुभ होगा। पहले पानी मंे एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करें और फिर पीले वस्त्र में वट वृक्ष की परिक्रमा करें।

श्रीकृष्ण की पूजाः शीघ्र विवाह होने के लिए भगवान श्रीकृष्ण के निम्न मंत्र का जाप प्रतिदिन तबतक करते रहना चाहिए जबतक कि विवाह संपन्न न हो जाएं। मंत्र हैः-

क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा!

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