विदेश जाने के उपाय

विदेश जाने के उपाय

[Total: 1    Average: 5/5]

विदेश जाने के उपाय

विदेश जाने के उपाय, हमारे देश के लोगों में विदेश में नौकरी करने और वहा बसने का बहुत ही चाहत होती हैं| परंतु लाख जद्दोजहद के बाद भी कितनों का यह सपना पूरा नहीं हो पता हैं| कई लोगों का तो मात्र विदेश जा कर घूमने-फिरने का भी सपना पूरा नहीं हो पाता हैं| हमारे कुंडली में कुछ ऐसे ग्रह होते हैं,जो विदेश यात्रा में बाधा उत्पन्न करते हैं|

विदेश जाने के उपाय

विदेश जाने के उपाय

यदि हमारे कुंडली में चंद्र शुक्र की युति हो अथवा शनि मंगल की युति हो,तो विदेश में रहने का प्रबंध बनता हैं| परंतु यदि ये सभी ग्रह विपरीत परिस्थिति में हों,तो कुछ ऐसे कारक बन जायेंगे,जिससे हमें विदेश में रहते हुए भी लौट कर वापस आना पड़ेगा| विदेश जाने के लिए निम्न उपाय करनी चाहिए:-

  • एक शीशी में शहद भर कर हनुमानजी के मूर्ति के सामने रख दें|तत्पश्चात इस मंत्र का जाप १०८ बार करें:-मंत्र- “ॐ नमो बजरंग”
  • अब इस शहद की शीशी को किसी सुनसान जगह पर दबा दें| प्रत्येक मंगलवार को सुंदर कांड का पाठ करें| ऐसा करने से आपका विदेश यात्रा का योग बनेगा|
  • चाँदी अथवा तांबे के पात्र में पानी पिये, काँच के पात्र में नहीं| इससे विदेश यात्रा का योग बनता हैं|
  • नदी नहर में तांबे के सिक्के डालने से विदेश जाने के प्रबल योग बनते हैं|
  • यदि आप विदेश जाना चाहते हैं,तो धार्मिक कार्यों में दान करे|
  • घर के छत को स्वंग साफ करे| ऐसा करने से हमारी विदेश यात्रा की प्रबलता बढ़ती हैं|
  • पलंग के पाये में चाँदी की तार अथवा कील बांधे|
  • चाँदी की चेन पहनने से कुंडली में विदेश जाने का योग प्रबल होता हैं
  • किसी भी प्रकार की झूठी गवाही ना दें| इससे आपके विदेश यात्रा में विघ्न पैदा होगी|

विदेश यात्रा योग इन कुंडली

विदेश यात्रा योग इन कुंडली, ज्योतिषशास्त्र के लाल किताब के अनुसार विदेश योग बनाने के लिए लग्नेश का संबंध कुंडली के 3,8,12 घर से होना चाहिए| जहाँ तीसरा घर जलयात्रा, आठवाँ घर अन्य तरह के यात्रा और बारहवाँ घर वायुयात्रा को बताता हैं| यदि इन घरों में लग्नेश पहुंचा दिया जाए तो विदेश यात्रा अवश्य होती है| विदेश यात्रा योग कुंडली में बनाने के लिए हमे निम्न उपाय करनी चाहिए|

  • लग्नेश को तीसरे घर में पहुँचाने के लिए उस ग्रह से संबन्धित रत्न मूंगा पहननी चाहिए| आठवें भाग के लिए शमशान में देसी खंड दबा देनी चाहिए और बारहवें भाग के लिए लाल मूंग को छत पर रखना चाहिए| ऐसा करने से विदेश योग के लिए ग्रह अपनी स्थिति में आ जाते हैं|
  • छठे,आठवें घर के पीछे यदि कोई ग्रह हो तो टकराव की स्थिति बनती हैं जिससे यह ग्रह अपना उचित फल नहीं दे पाते ऐसे में एक ग्रह को दूसरे ग्रह की टक्कर से अलग करना जरूरी हैं| जैसे मेष लग्न में यदि मंगल बारहवें भाव में हो और सूर्य चंद्र सातवे भाव में हो तो छठी दृष्टि टकराव की होगी| ऐसे में यदि चाँदी चवाल दूध जल में प्रवाह करें तो वह चतुर्थ भाव में चले जाएंगे जिससे नौ घर का फर्क पड़ जाएगा| ऐसा हो जाने पर विदेश यात्रा के मध्य आ रहे सारी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं|
  • विदेश जाने से पहले निर्दय ऋण का उपाय करना चाहिए| जब कभी दसवें या ग्यारहवें भाव में शनि के शत्रु ग्रह सूर्य,चंद्र अथवा मंगल होते हैं,तो यह निर्दय ऋण होता हैं| इससे जातक को अपनी मेहनत का फल नहीं मिलता हैं| और वो चाह कर भी विदेश यात्रा नहीं कर पाता हैं|

 विदेश में नौकरी पाने के उपाय

विदेश में नौकरी पाने के उपाय, कितने ऐसे लोग हैं,जो विदेश जा कर खूब धन कमाना चाहते हैं| परंतु कई बार अपनी लाख कोशिशों के बावजूद हम विदेश जाने में कामयाब नहीं हो पाते हैं| विदेश जाने के लिए हम ज्योतिषशास्त्र के कुछ उपायों को आजमा सकते है जो कि इस प्रकार से हैं:-

  • इस उपाय को शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को आजमाना चाहिए|लकड़ी के पाट पर लाल या सफ़ेद वस्त्र बिछा कर माँ लक्ष्मी को स्थापित कर दें|
  • माँ के सामने देसी घी के दिया जलाए| ध्यान रहे कि आपको यह पूजा पश्चिम मुख बैठ कर करना हैं|
  • एक दक्षिणावर्ती शंख या समान्य शंख ले कर उसपर केसर से स्वस्तिक निशान बनायें और माँ लक्ष्मी के बगल में स्थापित करें।
  • तत्पश्चात माँ लक्ष्मी व शंख का पूजन कर भोग अर्पित करें। इसके बाद  स्फटिक की माला पर इस मंत्र का जप करें-

मंत्र- ॐ अनंग वल्लाभाये विदेश गमनार्थ कार्य सिध्यर्थे नाम:।।

  • इस चमत्कारी मंत्र का पाँच दिन में कम से कम ११००० और अधिक से अधिक २४००० बार जाप करें|
  • जब आपका यह अनुष्ठान पूर्ण हो जाए तो माँ लक्ष्मी की मूर्ति को मंदिर में रखे और शंख आदि सामाग्री को कपड़े में लपेट कर तिजोरी या किसी ऐसे स्थान पर रख दें जहां इसे कोई छूए नहीं|
  • इस अनुष्ठान के पूर्ण होने के बाद आपकी विदेश में नौकरी लाग्ने की प्रबल संभावना बन जाएगी|
  • शनि की स्थिति यदि कुंडली में सही ना हो तो यह प्रत्येक कार्यों में विघ्न उत्पन्न करता हैं| शनि की स्थिति कुंडली में ठीक करने के लिए तेल मंदिर में दान करे| साथ ही घोड़े के नाल से बने अंगूठी को धारण करें|इससे आपके विदेश में नौकरी पाने के रास्ते में आ रही सारी बढ़ाएँ दूर हो जाएंगी|

विदेश जाने के लाल किताब उपाय

विदेश जाने के लाल किताब उपाय, विदेश जाने के उपायों का वर्णन ज्योतिषशास्त्र के लाल किताब में दिये हुए हैं|आगे हम इस लेख में विदेश जाने के लिए ज्योतिषशास्त्र के लाल किताब में वर्णित उपायों के बारे में जानेंगे|

  • बुध यदि 3/12 वे घर में हों और उसका चंद्रमा से संबंध हो,तो हमारी विदेश जा कर भी वापसी हो जाती हैं| विदेश मेंबसने के लिए हमे कुंडली के इस ग्रहों की स्थिति ठीक करनी पड़ती हैं|लाल-किताब के अनुसार छह रती का गोमेद त्रिधातु अंगूठी धारण करने से,विदेश यात्रा की सारी बधाएं दूर होती हैं,और हमारी विदेश में बसने का सपना सच हो जाता हैं|
  • हमें विदेश यात्रा के लिए हनुमानजी और गुरु महराज की पुजा करनी चाहिए| क्योकि यदि मंगल संग गुरु हो तो विदेश जाने से विदेश जाने से तरक्की होती हैं|
  • 1,3,4,8,9,12 भावों में गुरु को लाने के लिए हमे पुजा अनुष्ठान करनी चाहिए| ऐसा होने पड़ जातक विदेश में सम्मान पाता हैं|
  • लाल-किताब में वर्णित टोटकें के अनुसार एक नींबू में सात लौंग लगा कर नीचे दिये हुए मंत्र का १०८ बार जाप कर इसे अभिमंत्रित कर लें-

मंत्र- ॐ के केतव: नम:

नीबू को सिद्ध करने के पश्चात किसी निर्जन स्थान पड़ फ़ेक दें| इस टोटके के प्रभाव से विदेश जाने का योग बनता हैं| विदेश जाने के लिए ऊपर बताए हुए सारे उपाय सिद्ध किए हुए हैं,जिनहे सच्चे मन से आजमाने पर हमें अवश्य सफलता मिलेगी|

व्यापार व कारोबार में सफलता के अचूक उपाय