कर्ज मुक्ति के सरल उपाय
घर-परिवार की आर्थिक तंगी के दौर से गुजरते हुए कई बार आय-व्यय को संतुलित बनाने के सिलसिले में ऋण का सहारा लेना पड़ता है। या फिर अचानक आ गई विकट परिस्थितियों, जैसे बीमारी या कुछ और कारणों में भी कर्ज एक मजबूरी का समाधन बनकर आ धमकता है। रहन-सहन के बदले हुए दौर में कुछ कर्ज तो जानबूझकर लिए जाते हैं, जैसे किश्तों पर सामान, वाहन या मकान खरीदना। ये कर्ज कुछ छोटे, तो कुछ बड़े होते हैं। इसे लेकर कुछ कड़ी शर्तों को भी मानना पड़ता है, जिससे न केवल सामान्य जीवन प्रभावित हो जाता है, बल्कि कर्ज का बोझ दूसरी समस्याओं के जन्म का कारण बन जाता है।
हालांकि कुछ लोगों की जन्म कुंडली में कर्ज लेने के अतिरिक्त समय पर उसे नहीं चुका पाने की स्थितियां बनी रहती हैं, जिससे वह तामउम्र कर्जदार बना रह सकता है। इस स्थिति में यह आवश्यक है कि ईश्वर की विधिवत पूजा-पाठ, आराधना-उपासना तंत्र-मंत्र और ज्योतिषीय उपायों की सिद्धि-साधना के अतिरिक्त सामान्य टोटके अपनाए जा सकते हैं, ताकि कर्ज को समय रहते सुविधानुसार हमेशा के लिए खत्म किया जा सके। आईए जानते हैं कर्ज मुक्ति के कुछ उपायों के बारे में।
गायत्री मंत्र जापः कर्ज से मुक्ति के लिए गायत्री मंत्र एक अच्छा उपाय सबित हो सकता है, बशर्ते इसका दोषरहित उच्चारण के साथ प्रतिदिन 108 बार जाप व कुछ सामान्य पूजन-विधि को अपनाया जाए। जो कर्ज में डूबा हुआ है वह एक सफेद कपड़े या रूमाल में पांच गुलाब के फूलों को अपने सामने रख ले। उनमें से एक फूल हाथ में लेकर एक माला या फिर कम से कम 21 बार गायत्री मंत्र का जाप करे। इसी तरह से पांचों गुलाब को बारी-बारी से हाथ में लेकर जाप करने से कर्ज से बोझे में कमी आती है। वह गायत्री मंत्र इस प्रकार हैः-
ऊँ भुर्भुवः स्वः तस्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो नः प्रचोदयात्!!
मंत्र जाप के बाद फूलों की गांठ बांधकर कर्ज उतारने के संकल्प के साथ-साथ प्रार्थन करें कि हे देवी मुझे कर्ज से छुटकारा मिल जाए। बाद में उस छोटी गठरी को गंगा नदी में प्रवाहित कर दें। कर्ज मुक्ति के अन्य मंत्र हैंः-
ऊँ मंगलमूर्तये नमः!
ऊँ गं ऋणहर्तायै नमः!
इनमें से किसी एक मंत्र को अपनी सुविधानुसार प्रतिदिन स्नान आदि के बाद सामान्य पूजा के दौरान 108 बार जाप करना चाहिए।
इसी के साथ शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार को शिविलिंग पर दूध और पानी के बाद मसूर की दाल का अपर्ण करने से भी कर्ज से मुक्ति मिलती है। इस क्रम में निम्न मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
मंत्रः ऊँ ऋण-मुक्तेश्वर महादेवाय नमः!
लक्ष्मी की स्थिरता और स्थायित्वः कर्ज मुक्ति के उपायों के अतिरिक्त धन की देवी मां लक्ष्मी का घर में ठहराव या स्थायित्व के उपाय भी किए जाने चाहिए। यानि धनागमन के उपायों के साथ-साथ धन के टिके रहने के लिए भी उपाय करना चाहिए। इसके लिए प्रत्येक गुरुवार को तुलसी के पौधे में गाय का कच्चा दूध डालने के बाद उसकी पूजा करनी चाहिए। साथ ही गुरुवार के दिन व्रत उपवास करने के भी अच्छे परिणाम आते हैं और अनावश्यक खर्च या बर्बादी रूक जाती है। आर्थिक परेशानी से बचाव के लिए कुछ और धार्मिक अनुष्ठान किए जा सकते हैं। वे हैंः-
- हिंदू पंचांग के अनुसार प्रतिमाह आने वाली शिवरात्री, जो कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को होती है, के दिन आर्थिक संकट से जूझते हुए व्यक्ति को चाहिए कि वह शाम को शिव मंदिर में जाए। जप-तप करे। दीप-दान के बाद भगवान शिव की आराधना करे। इसी दौरान हनुमान चालिसा का भी पाठ करना चाहिए।
- मासिक शिवरात्री की शाम को शिवलिंग के सामने एक बड़े दीपक पर पांच बत्तियांे को अलग-अलग रखते हुए जलाएं। उसके बाद ओम नमः शिवाय और कर्ज मुक्ति संबंधित शिव के मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे सिर पर से न केवल कर्ज का बोझ जल्द उतरता है, बल्कि आय के नए स्रोत बनते हैं और आर्थिक संकट दूर हो जाता है।
- साल में एक बार धूमधाम से मनाई जाने वाली वार्षिक महाशिवरात्री के दिन भी कर्ज मुक्ति के लिए 24 घंटे का निर्जला उपवास करने का धार्मिक प्रावधान है। इसके लिए महाशिवरात्री के सूर्योदय से लेकर अगले सूर्योदय तक उपवास रखना होता है। यह भाग्योदय और आमदनी में वृद्धि के लिए किया जाने वाला अचूक उपाय है।
- मंगलवार का दिन ऋण का नाश करने वाले देव का होता है। यदि त्रयोदशी के दिन मंगलवार हो तो उस दिन नमक, मिर्च आदि तीखी वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए तथा शाम के समय भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। इस सिलसिले में की जाने वाली पूजन-विधि के बाद मंत्र ‘‘ मृत्युंजयमहादेव त्राहिमां शरणागतम्, जन्ममृत्युजराव्याधिपीड़ितः कर्मबंधनः!!’’ का पाठ करना चाहिए।
ऋण मुक्ति के अन्य उपायः कर्ज से छुटकार पान के नीचे दिए गए कुछ टोटके, घरेलू उपाय या साधारण पूजा-पाठ के तरीके भी अपनाए जा सकते हैं।
- यदि कर्ज लेना जरूरी हो जाए या फिर किश्तों पर कोई सामान या मकान की खरीद करनी हो तो उस कार्य को बुधवार के दिन करना चाहिए। कभी भूलकर भी मंगलवार को कर्ज नहीं लें, लेकन लिए जाने वाले कर्ज की पहली किश्त मंगलवार से चुकाने की शुरुआत करें। कर्ज को जल्द खत्म करने का यह एक सटिक उपाय साबित होगा।
- कर्ज उतारने के लिए हस्त नक्षत्र में रविवार का दिन शुभ होता है। इस दिन से भी कुछ खास तरह के ऋण का भुगतान किया जाना चाहिए।
- किसी भी तरह के कर्ज से छुटकारा पाने के लिए ऋणमोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। साथ ही एक सरत उपाय करते हुए लाल मसूर का दान किया जाना चाहिए।
- अपने घर के मंदिर में मां लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ 21 हकीक पत्थरों की भी पूजा करनी चाहिए। पूजा किए गए पत्थरों को घर में किसी स्थान में मिट्टी से दबा देना चाहिए। जमीन गाड़ा जाना ज्यादा अच्छा होता है। वैसे इसे गमले में भी गाड़ा जा सकता है।
- सामान्य टोटके की तरह कर्ज में डूबे व्यक्ति को चाहिए कि वे करीब 350 ग्राम मूंग को उबालकर उसमें घी-शक्कर मिलाएं। उसे प्रातः गाय को खिला दें। यह उपाय बुधवार के दिन करें।
- शनिवार को सूर्यास्त के समय सरसों के तेल भरे मिट्टी का दीपक को एक दूसरे दीपक के ढंककर कसी नदी, तालाव या गंगा नदी के किनारे मिट्टी में दबा देने से भी कर्ज से छुटकारा मिलता है।
- ऋण से मुक्ति दिलाने वाले देवों में भगवान गणेश भी हैं, इसलिए गणेश स्तोत्र का पाठ शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार को विधिवत करने से अच्छे परिणाम आते हैं। श्रीगणेश को प्रतिदिन दूर्वा और मोदक का भोग लगाना चाहिए तथा प्रत्येक बुधवार को उनके लिए अथर्वशीर्ष का पाठ करना चाहिए।
- मंगलवार के दिन शिवलिंग पर ओम ऋण-मुक्तेश्वर महादेवाय नमः बोलकर मसूर की दाल चढ़ाना चाहिए। कर्ज से जल्द छुटकारा मिल जाता है।
- कर्जदार व्यक्ति को जहां लाल या सफेद परिधानों का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
- कर्ज मुक्ति के लिए कर्जदार व्यक्ति को मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी के चरणों में तेल और सिंदूर चढ़ाने और ललाट पर सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। उसके बाद हनुमान चालिसा का पाठ पढ़ना आवश्यक है।
- घर के बिगड़े हुए वास्तु को ठीक कर भी कर्ज मुक्ति पाई जा सकती है। जैसे घर का ईशान कोण को हमेश साफ-सुथरा रखना चाहिए।